न जाने क्यों हमें आँसु बहाना नहीं आता,
न जाने क्यों हाल ऐ दिल बताना नहीं आता,
क्यों सब दोस्त बिछड. गए हमसे,
शायद हमें ही साथ भिना नहीं आता !
दोस्तीं किसी की रियासत नही होती ,
जिंदगी किसी की अमानत नही होती ,
हमारी सलतनत मैं देख कर .कदम रखना ,
क्योकि हमारी दोस्ती की कैद मैं जमानत नहीं होती ।
न जाने क्यों हाल ऐ दिल बताना नहीं आता,
क्यों सब दोस्त बिछड. गए हमसे,
शायद हमें ही साथ भिना नहीं आता !
दोस्तीं किसी की रियासत नही होती ,
जिंदगी किसी की अमानत नही होती ,
हमारी सलतनत मैं देख कर .कदम रखना ,
क्योकि हमारी दोस्ती की कैद मैं जमानत नहीं होती ।










No comments:
Post a Comment