कल के मरते आज मर जाओ, संसार को क्या पडी है !
कुछ अंतर ही पडता । कितने लोग आए, कितने
लोग गए। कितने लोग आते रहे, जाते रहे । कितने लोग
आते रहेंगे, जाते रहेंगे । संसार अपनी जगह है । संसार
तुम्हें पकडता नहीं । तुम संसार को पकडे हुए हो ।
____________________________________________________________कुछ अंतर ही पडता । कितने लोग आए, कितने
लोग गए। कितने लोग आते रहे, जाते रहे । कितने लोग
आते रहेंगे, जाते रहेंगे । संसार अपनी जगह है । संसार
तुम्हें पकडता नहीं । तुम संसार को पकडे हुए हो ।
..............✍️ E SAYARI LOVE
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